देशविरोधी भड़काऊ भाषण देने वाले जेएनयू के छात्र शरजील इमाम को लेकर गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल पड़ा है। एक तरफ जहां आज दिल्ली में रैली करते हुए शाह ने कहा कि आपने शरजील इमाम का एक वीडियो देखा होगा, जिसमें वह नॉर्थ-ईस्ट को भारत से अलग करने की बात करता है। उसने देश को बांटने की बात की। शाह ने कहा 'मोदी सरकार में ये अधिकार सबको है, केजरीवाल जी आपको भी है, गाली देनी है तो हमें दे दो या हमारी पार्टी को दे दो, लेकिन अगर कोई भारत माता के टुकड़े करने की बात करेगा, तो आपको जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ेगा। जिस पर पलटवार करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शरजील को अरेस्ट क्यों नहीं कर रहे, क्या मजबूरी है? बता दें कि शाहीन बाग में हो रहे प्रदर्शन के दौरान शरजील इमाम के भाषण का एक विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस विडियो में शरजील इमाम कहता है, 'हमारे पास संगठित लोग हों तो हम असम से हिंदुस्तान को हमेशा के लिए अलग कर सकते हैं। परमानेंटली नहीं तो एक-दो महीने के लिए असम को हिंदुस्तान से कट कर ही सकते हैं। रेलवे ट्रैक पर इतना मलबा डालो कि उनको एक महीना हटाने में लगेगा...जाना हो तो जाएं एयरफोर्स से। असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है। जिसके बाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नेता शरजील इमाम की देशद्रोह के आरोप में पुलिस तलाश कर रही है, उसका राजनीति से पुराना नाता रहा है। शरजील के पिता मोहम्मद अकबर इमाम बिहार की सियासत में अपनी किस्मत आजमा चुके हैं। मोहम्मद अकबर इमाम को जेडीयू ने 2005 के विधानसभा चुनाव में जहानाबाद से टिकट दिया था। लेकिन 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में अकबर इमाम की हार हुई थी। शरजील इमाम के पिता का जेडीयू से कम लेकिन पार्टी में रहे जहानाबाद के पूर्व सांसद अरुण कुमार से ज्यादा नाता रहा है। अरुण कुमार जहां रहे और जिस पार्टी में रहे अकबर इमाम उन्हीं के साथ रहें।
भड़काऊ भाषण देने वाले शरजील, जिस पर भिड़े शाह और केजरीवाल, पिता लड़ चुके हैं चुनाव