नयी दिल्ली 14 जनवरी (वार्ता) जम्मू-कश्मीर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि आतंकवादियों के साथ पकड़े गये उसके उपाधीक्षक देविन्दर सिंह को कभी वीरता पदक या गृह मंत्रालय की ओर से उल्लेखनीय सेवा के लिए कोई पदक नहीं दिया गया और मीडिया में आयी इस तरह की खबरें सही नहीं है।
राज्य पुलिस ने स्पष्ट किया है यह सही है कि देविन्दर सिंह को राज्य सरकार ने पिछले वर्ष वीरता पदक से सम्मानित किया था।
पुलिस ने कहा है कि विशेष जांच दल गिरफ्तार पुलिस अधिकारी और उनके साथ पकड़े गये आतंकवादियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ से ही उनके आपराधिक रिकार्ड और मंशा के बारे में पता चलेगा। इस मामले में उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि देविन्दर सिंह को दो कुख्यात आतंकवादियों के साथ जम्मू से दिल्ली के रास्ते में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद मीडिया में रिपोर्ट आयी थी कि देविन्दर सिंह को राष्ट्रपति के वीरता पदक से सम्मानित किया जा चुका है।
देविन्दर को गृह मंत्रालय के पदक से सम्मानित नहीं किया गया