नयी दिल्ली, 18 जनवरी (वार्ता)। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त करने तथा राज्य के विभाजन के बाद सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों और विकास योजनाओं की निचले स्तर तक जानकारी देने के लिए केन्द्रीय मंत्रियों के राज्य के अलग हिस्सों का दौरा शनिवार से शुरू हो गया।
छत्तीस केंद्रीय मंत्री 18 से 24 जनवरी के बीच जम्मू में 50 से अधिक और कश्मीर में आठ-नौ स्थानों पर जायेंगे और आम लोगों से सीधी बातचीत कर स्थिति का जायजा लेंगे।
पहले दिन शनिवार को संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह जम्मू क्षेत्र का दौरा करने गये लेकिन खराब मौसम की वजह से मंत्री समूह को ले जाने वाला विमान जम्मू में नहीं उतर सका और उसे श्रीनगर भेज दिया गया है। मौसम के ठीक होते ही सभी मंत्री जम्मू जाएंगे।
रविवार को महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी कटरा और पंथल का दौरा करेंगी जबकि कौशल विकास मंत्री महेंद्रनाथ पांडेय जम्मू के दनसाल और रेल मंत्री पीयूष गोयल अखनूर जाएंगे। जनरल वीके सिंह उधमपुर जाएंगे और 21 जनवरी को खेल राज्य मंत्री किरेन रिजिजू जम्मू के पास सीमांत इलाके सुचेतगढ़ की यात्रा करेंगे।
इन सभी के अलावा केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, रमेश पोखरियाल निशंक और कई अन्य नेता भी राज्य के दौरे पर जाएंगे। गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी गांदरबल और मनीगाम का दौरा करेंगे। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद बारामुला के सोपोर का दौरा करेंगे। इसी तरह केंद्रीय मंत्री आर के सिंह डोडा और रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक श्रीनगर का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल ही मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ बैठक की थी और उन्हें लोगों को विकास परियोजनाओं की जानकारी न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में निचले स्तर तक देने का अनुरोध किया था। मंत्री अपने दौरे के दौरान न केवल केन्द्रीय योजनाओं बल्कि स्थानीय स्तर पर चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी और उसके लाभ बतायेंगे।
केन्द्रीय मंत्रियों का जम्मू-कश्मीर दौरा शुरू