मुंबई, 18 जनवरी (वार्ता)। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने शनिवार को कहा कि वीर सावरकर को भारत रत्न दिये जाने का विरोध करने वाले सिर्फ दो दिन अंडमान-निकोबार की उस जेल में रह कर दिखाएं जिसमें उन्हें रखा गया था तब ऐसे लोगों को उनके त्याग का एहसास होगा।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने शुक्रवार को कहा था कि वीर सावरकर के अंग्रेजों से माफी मांगने की बात मिटाई नहीं जा सकती और अगर नरेंद्र मोदी सरकार उन्हें ‘भारत रत्न’ देती है तो पार्टी उसका विरोध करेगी।
इसी बयान के बाद श्री राउत ने कहा कि वीर सावरकर को भारत रत्न देने का विरोध करने वालों को उसी जेल में भेज देना चाहिए जहां सावरकर को अंग्रेजों ने रखा था ताकि उनके संघर्षों का एहसास हो सके।
शिवसेना नेता के इस बयान के बाद महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने श्री राउत के बयान से किनारा करते हुए कहा कि उन्होंने इस पर सफाई दे दी है और इससे गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
श्री ठाकरे ने कहा, “राउत ने जिस संदर्भ में बयान दिया है, उन्होंने वह साफ कर दिया है। शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी का गठबंधन मजबूत है। हम लोग राज्य के विकास के लिए साथ आए हैं। हम लोगों के बीच कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकते हैं, अौर यही तो लोकतंत्र है। इतिहास के बावजूद हमें लोगों के मौजूदा मसलों पर बातचीत करने की जरूरत है।”
सावरकर विरोधियों को अंडमान की जेल भेजो: राउत