हरदोई 04 जनवरी(वार्ता)उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने विपक्षी दलों पर वोट की राजनीति करने का आरोप लगाते हुये कहा कि नागरिकता संशोधन कानून(सीएए) का विरोध भारत के संविधान का विरोध है।
डॉ0 शर्मा शनिवार को यहां महाधिवक्ता राघवेंद्र सिंह के ट्रस्ट बरबन गांव में कम्बल वितरण समारोह में शामिल होने आये थे। उन्होंने कहा कि विपक्षी दल अपने वोट बैंक के लिये सीएए का विरोध कर रहे है। नागरिक संसोधन कानून का विरोध भारत के संविधान का विरोध है।
उन्होंने कहा कि देश की संपत्ति को नष्ट करने वाले उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाई की जायेगी। उन्होंने लोगों से सरकार को सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि वोट बैंक के खातिर कांग्रेस, समाजवादी पाटी(सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सीएए का विरोध कर रही है। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू हो चुका है और यह किसी की नागरिकता छीनने के लिये नही बना है बल्कि नागरिकता देने के लिये है। विपक्षी दल वोट बैंक के खातिर देश के अल्पसख्यकों को भड़का रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी दल सीएए कानून में उपद्रव करने वालों को कोई पेंशन तो कोई वकील देने की बात कह रहा है। उपद्रवियों को प्रलोभन दिया जा रहा है। संविधान का विरोध करने वाले इन दलों को जनता दंड देगी।
डॉ0 शर्मा भोपाल में वीर सावरकर और गोडसे के संबंधों पर बांटी गई पुस्तक के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वीर सारवकर ने देश की आजादी की लड़ाई लड़ी, लेकिन उन्हें सम्मान के बजाए उनका अपमान किया जा रहा है। यह वही लोग कर रहे हैं, जो खानदान की राजनीति करना चाहते हैं। यह वह लोग हैं, जिन्हें आजादी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। कांग्रेस और शिवसेना के संबंधों पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अब शिवसेना को स्टैंड बताना चाहिए।
डॉ0 शर्मा ने सपा विधानमंडल दल के नेता पर निशाना साधते हुये कहा कि कुछ ऐसे जनप्रतिनिधि हैं जिनको अपने वक्तव्य पर संयम नहीं है। उन्होंने कहा एक विरोधी दल के नेता ने यहां तक घोषणा कर दी कि उपद्रव करने वाले लोग जिन्हें पुलिस पकड़ रही है या दंडित कर रही है उनको संविधान रक्षक सम्मान पुरस्कार देंगे और उनको पेंशन देंगे। दूसरा दल कह रहा है कि हम उनको वकील देंगे जिससे ऊपर उनके कोई कार्रवाई ना हो सके।
उन्होंने कहा की शायद उत्तर प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है जब उपद्रवी को सहायता करके उसे विभिन्न प्रकार के प्रलोभन दिये जा रहे है। कुछ दल अपना जनाधार खो चुके हैं उनका एक ही उद्देश्य है कि किसी भी प्रकार से भाजपा के खिलाफ अल्पसंख्यकों को भड़काया जायेे। सपा बसपा और कांग्रेस में इसके लिये होड़ लगी हुई है। उन्होंने कहा नागरिक संशोधन कानून संसद में पास हुआ है। संविधान का जो भी विरोध करेगा उसे जनता जबाब देगी।
सीएए का विरोध देश के संविधान का विरोध: डॉ0 शर्मा