वकीलों के एक समूह ने सुप्रीम कोर्ट परिसर में वंदे मातरम गाया

नयी दिल्ली, 08 जनवरी  उच्चतम न्यायालय के वकीलों के एक समूह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एन आर सी) के समर्थन में बुधवार को राष्ट्र गीत ' वंदे मातरम गाया और संविधान की प्रस्तावना पढ़ी।
वकील हरिशंकर जैन, विष्णु जैन और राकेश सिन्हा के नेतृत्व में उच्चतम न्यायालय के वकीलों का एक समूह अदालत परिसर में पहले तो वंदे मातरम गाया और उसके बाद हिंदी में संविधान की प्रस्तावना भी पढ़ी।
ऐसा समझा जा रहा है कि सीएए, राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एन आर सी) और हालिया घटनाक्रमों के परिप्रेक्ष्य में कुछ द्वारा कल संविधान की प्रस्तावना पढ़े जाने के विरोध में आज वंदे मातरम गान किया गया।
गौरतलब है कि वरिष्ठ अधिवक्ता कामिनी जायसवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, संजय पारिख और वकील प्रशांत भूषण के नेतृत्व में वकीलों का एक समूह कल शीर्ष अदालत परिसर में इकट्ठा हुआ था और संविधान की प्रस्तावना पढ़ी थी।
प्रस्तावना पढ़ने का उनका आशय यह बताना था कि देश में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है हालांकि वकीलों ने किसी तरह की कोई नारेबाजी नहीं की थी।
वकीलों द्वारा प्रस्तावना पढ़े जाने का उद्देश्य संविधान के मूल्यों और सिद्धांतों को याद कराना था। उसके विरोध में आज वकीलों के दूसरे समूह ने वंदे मातरम गाया। साथ ही संविधान की प्रस्तावना हिंदी में पढ़ी।