नयी दिल्ली 07 फरवरी (वार्ता)। देश में वाहन डीलराें के शीर्ष संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसियेशन (एफएडीए) ने 01 मार्च तक डीलरों के यहाँ आये बीएस4 वाहनों को 31 मार्च के बाद भी बेचने की अनुमति दिये जाने की माँग करते हुये शुक्रवार को कहा कि बीएस4 की तुलना में बीएस6 मानक के वाहनों की कीमत 12 फीसदी तक अधिक हाेगी।
सरकार ने 01 अप्रैल 2020 से देश में बीएस6 मानकों के लागू करने का आदेश दिया है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि 01 अप्रैल से बीएस4 वाहनों का पंजीकरण भी बंद हो जायेगा।
एफएडीए के अध्यक्ष आशिष हर्षराज काले ने शुक्रवार को यहाँ कहा कि बीएस4 वाहनों की तुलना में बीएस6 वाहनों की कीमतों में सात से 12 प्रतिशत तक की वृद्धि हो रही है। नयी प्रौद्योगिकी के साथ ही लागत बढ़ने के कारण कीमतों में वृद्धि हो रही है। उन्होंने कहा कि बीएस4 वाहनों को अप्रैल में भी बेचने की अनुमति देने के लिए एसोसियेशन ने उच्चतम न्यायालय से अपील की है जिस पर सुनवाई की अभी तक तारीख मिली है। उम्मीद है इस महीने के दूसरे पखवाड़े में उच्चतम न्ययालय आवेदन पर विचार करेगा।
उन्होंने कहा कि आम तौर पर डीलरों के पास वाहनों की एक महीने की इनवेंट्री होती है, लेकिन वाहन निर्माताओं द्वारा बीएस4 वाहनों के उत्पादन में धीरे-धीरे कमी करने के कारण अभी यात्री वाहनों की इंवेंट्री 25 से 30 दिनों की और दोपहिया एवं हल्के व्यावसायिक वाहनों की इंवेंट्री 35 से 40 दिनों की है। इसके मद्देनजर उनके संगठन ने उच्चतम न्यायालय से मार्च के बाद भी बीएस4 वाहनों की बची हुई इनवेंट्री अप्रैल में बेचने की अनुमति दिये जाने की अपील की है।
ऑटोमाेबाइल क्षेत्र में आयी सुस्ती के कारण शोरूम बंद होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अप्रैल 2019 में उनके संगठन ने 18 महीने का एक सर्वेक्षण शुरू किया था जिसमें देश में 286 डीलरशिप बंद होने की जानकारी मिली थी। पिछले वर्ष इस तरह का कोई सर्वेक्षण नहीं किया गया है और अभी हाल के महीने में किसी डीलरशिप के बंद होने की जानकारी भी नहीं मिली है।
श्री काले ने कहा कि बीएस6 वाहनों के उत्पादन में अभी पूरी तरह से तेजी नहीं अायी है। साथ पूरे देश में बीएस 6 ईंधन भी उपलब्ध नहीं हो पाया है। जब तक पूरे देश में बीएस6 ईंधन की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो जाती इस मानक के वाहनों की बिक्री में तेजी नहीं आयेगी।
बीएस6 वाहन 12 फीसदी तक महँगे : एफएडीए