कानपुर 10 फरवरी(वार्ता) । पदमश्री से सम्मानित और पहला गिरमिटिया उपन्यास से चर्चा में आये साहित्यकार गिरिराज किशोर का पार्थिव शरार आज यहां मेडिकल कालेज को सौंप दिया गया ।
वो अपना देहदान कर चुके थे । उनका रविवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था । उनकी अंतिम यात्रा आज सुबह उनके आवास से शुरू हुई जो मेडिकल कालेज में समाप्त हो गई । उनके अंतिम दर्शन के लिये सुबह से ही लोगों का तांता लगा रहा ।
उनकी अंतिम यात्रा में उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री सतीश महाना समेत अन्य गणमान्य लोग शामिल हुये । श्री गिरिराज किशोर मूल रूप से मुजप्फरनगर के रहने वाले थे लेकिन वो कानपुर में बस गये थे । वो 83 साल के थे ।