नयी दिल्ली/बुलढाणा, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पानी की कमी से जूझ रहे राज्यों को ‘बुलढाणा पैटर्न’ अपनाने की सलाह देते हुए कहा है कि इससे जहां ढांचागत विकास को गति मिलेगी वहीं जल संकट दूर होगा और किसानों में खुशहाली आएगी।
श्री गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड में जल संकट कम करने के लिए उन्होंने राज्य सरकार को इस पैटर्न पर काम करने की सलाह दी है। बुंदेलखंड में जिस एक्सप्रेस-वे का निर्माण राज्य सरकार कर रही है बुलढाणा पैटर्न को उसमें लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ तथा जल संकट से जूझने वाले अन्य राज्योंं से भी उन्होंने यह पैटर्न अपनाने का आग्रह किया है।
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण के लिए अपनाए गये अपने ‘बुलढाणा पैटर्न’ की जानकारी देते हुए श्री गडकरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि इस क्षेत्र में उन्होंने 491 किलो मीटर लम्बी 12 सड़क परियोजनाओं के लिए काम आवंटित किया है। विदर्भ क्षेत्र के बुलढाणा में अन्य इलाकों की अपेक्षा औसतन बहुत कम वर्षा होती है और वहां किसान हमेशा जल संकट से जूझता है।
उन्होंने कहा कि बुलढाणा के कई गांवों में पानी नहीं है और महिलाओं को मीलों पैदल चलकर सिर पर पानी ढोकर लाना पड़ता है जिसके कारण वहां का सामाजिक विकास भी अवरुद्ध होता है। लोग इन गांवों में बेटी का विवाह करना पसंद नहीं करते। पशुओं के लिए पानी नहीं होता इसलिए किसान गरमी आने से पहले ही अपने पशु औने पौने दाम पर बेचकर नुकसान उठाते है। लम्बे और चौड़े खेत पानी के अभाव में सूखे पड़े रहते हैं जिससे किसान आत्महत्या की घटनाएं भी वहां सबसे ज्यादा होती है।
जल संकट पीड़ित राज्यों को ‘बुलढाणा पैटर्न’ अपनाने की सलाह