नयी दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिल्ली की हिंसा को लेकर दिये गये बयान की निंदा की है और कहा है कि जिस समय दिल्ली के हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति स्थापित करने के लिए राजनीतिक दलों काे योगदान जरूरी हो उस समय कांग्रेस दोषारोपण की गंदी राजनीति कर रही है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में यह प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह की भूमिका पर सवाल उठाये जाने और उनके इस्तीफे की मांगे जाने पर कहा कि श्री शाह के इस्तीफ की मांग से हास्यास्पद मांग कोई नहीं हो सकती है। श्री शाह ने लगातार स्थिति पर नज़र रखी तथा वह पुलिस का मनाेबल बढ़ाते हुए शांति स्थापित करने के लिए आवश्यक दिशानिर्देश देते रहे हैं।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती गांधी ने कुछ समय पहले दिल्ली की हिंसा पर जो बयान दिया है वह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। हिंसाग्रस्त इलाकों में अभी हिंसा समाप्त हो गयी है और शांति लौट रही है। लोग घायल हैं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। हिंसा की जांच भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में राजनीतिक दलों का कर्तव्य है कि वे शांति को स्थायी रूप से स्थापित करने में मदद करें। लेकिन कांग्रेस ने सरकार पर दोषारोपण की गंदी राजनीति शुरू की है।
उन्होंने कहा कि हिंसा का राजनीतिकरण कांग्रेस की शुरू से ही नीति रही है। उन्होंने कहा कि बालाकोट के पराक्रम की पहली वर्षगांठ है। गत वर्ष जब बालाकोट पर वायुसेना ने पराक्रम दिखाया था तो कांग्रेस ने दूसरे दिन ही उस पर सवाल खड़े कर दिये थे। सर्जिकल स्ट्राइक पर भी कांग्रेस का यही रुख रहा। वह देश के सवालों का राजनीतिकरण करती रही है। हिंसाग्रस्त इलाकों में शांति की स्थापना के साथ संवाद बहाल करना होगा।
गृह मंत्री श्री शाह पर उठाये गये सवालों पर श्री जावड़ेकर ने कहा कि श्री शाह ने कल एक सर्वदलीय बैठक बुलायी थी और पूरी स्थिति का जायज़ा लिया था। गृहमंत्री लगातार हालात पर नज़र रखे हुए थे। वह पुलिस का मनोबल बढ़ाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन कांग्रेस का रुख पुलिस का मनोबल गिराने वाला है। उन्होंने कहा कि हम आज भी कांग्रेस से अपील करेंगे कि वह हिंसाग्रस्त इलाकों में पूरी तरह से शांति स्थापित करने के लिए सकारात्मक योगदान दे। चर्चा के लिए संसद का सत्र पड़ा है।
श्री शाह के इस्तीफे की मांग के बारे में पूछे जाने पर श्री जावड़ेकर ने कहा कि इससे अधिक हास्यास्पद मांग कोई हो नहीं सकती है। जिनके हाथ सिखों के जनसंहार से रंगे हुए है वे हिंसा को लेकर पाठ पढ़ा रहे हैं। विज्ञान कहता है कि जब धरती हिलती है तो पेड़ गिरता है लेकिन कांग्रेस के नेता कहते थे कि जब पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। ऐसी पार्टी की किसी भी मांग पर आश्चर्य नहीं हो सकता है।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के सवाल की तर्ज पर हम भी पूछेंगे कि बाबा कहां हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच होने दीजिए। हमारा विश्वास है कि पुलिस बता देगी कि किसने पत्थर जमा किये थे और किसने साजिश रची थी और किसने भड़काया था। उन्होंने कहा कि सच को आंच नहीं होती है।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह मामला दिल्ली उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। इसलिए वह इस पर कुछ नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी दोषी होगा, उसको किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।