लखनऊ उत्तर प्रदेश विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को अपने जवाब में समाजवादी पार्टी और इसके नेता मुलायम सिंह यादव और अघ्यक्ष अखिलेश यादव को निशाने पर रखा ।
उन्होंनें कहा कि जिन लोगों ने रामभक्तों पर गोली चलवाई और बाद में कहा भी कि जो किया सही किया वो आज दंगाईयों पर हुई कार्रवाई पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं । उन्होंने श्री मुलायम सिंह यादव का नाम नहीं लिया और कहा कि बच्चियों की सुरक्षा पर आज सवाल उठाने वालों के नेता ने बलात्कार के सवाल पर कहा था कि लड़कों से गलती हो जाती है ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसा फैलाने वाले उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर कोई शांतिपूर्वक प्रदर्शन करता है तो वह कर सकता है लेकिन उपद्रव करने पर कठोर कार्रवाई होगी। ऐसे लोग जिस भाषा में समझना चाहते हैं उन्हें समझाया जायेगा । दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में हुई हिंसा के बाद उन्होंने अलीगढ़ प्रशासन को अलर्ट किया था। प्रशासन ने बताया था कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के करीब 15 हजार छात्र सड़कों पर उतरकर पूरा शहर जला देना चाहते थे लेकिन पुलिस की सक्रियता से वो कामयाब नहीं हो सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की पुलिस को इसका श्रेय देना चाहिए कि दंगाईयों की पूरी कोशिश के बावजूद कोई दंगा नहीं हुआ ।
राज्यपाल के अभिभाषण पर योगी ने जवाब में निशाने पर रखा सपा को