वाशिंगटन। कोरोना वायरस महामारी के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी का कितना असर होगा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि यह कितनी देर में समाप्त होता है और विभिन्न देशों की सरकारें इससे निपटने के लिये किस तरीके से उपाय करती हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने बृहस्पतिवार को यह टिप्पणी की।
आईएमएफ के प्रवक्ता गेरी राइस ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कुछ भी हो, 2020 में वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर पिछले साल के 2.9 प्रतिशत की तुलना में कम ही रहेगी। वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर में कितनी गिरावट आएगी, अनिश्चितताओं को देखते हुए अभी इसका अनुमान लगाना कठिन है।’’उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर यह इस बात पर निर्भर करता है कि संक्रमण का किस हद तक प्रसार होता है। यह संक्रमण रोकने के उपायों और इन उपायों की सफलता के स्तर पर निर्भर करता है।’’
आईएमएफ अगले महीने वैश्विक अर्थव्यवस्था का नया परिदृश्य जारी करने वाला है। आईएमएफ ने जनवरी में कहा था कि उसके वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर के 2020 में बढ़कर 3.3 प्रतिशत पर पहुंच जाने का अनुमान है। हालांकि तब कोरोनावायरस का संक्रमण फैला नहीं था। आईएचएस मार्किट ने पिछले सप्ताह कहा था कि उसे वैश्विक आर्थिक वृद्धि दर के 2020 में कम होकर 1.7 प्रतिशत पर आ जाने का अनुमान है।